मैं सृष्टि का आरंभ हूँ, नर संगिनी बन गौरवमयी, मैं एक नारी हूँ। मैं सृष्टि का आरंभ हूँ, नर संगिनी बन गौरवमयी, मैं एक नारी हूँ।
लड़के से लड़की के परिधान हैं... लड़के से लड़की के परिधान हैं...
उड़कर धानी चुनरिया मद मस्त बन जाओ। उड़कर धानी चुनरिया मद मस्त बन जाओ।
मैं नारी - नर- नारायणी,शिवि-शंकरी शिव-शक्ति हूँ ईशा,ईश्वरी-इष्ट ईर्ष ईश्वर की सुन्दर अ मैं नारी - नर- नारायणी,शिवि-शंकरी शिव-शक्ति हूँ ईशा,ईश्वरी-इष्ट ईर्ष ईश्वर की...
महावीर कविराय, रोज़ का है अब रोना रोग बड़ा विकराल, नाम जिसका कोरोना। महावीर कविराय, रोज़ का है अब रोना रोग बड़ा विकराल, नाम जिसका कोरोना।
है रणतभंवर के दाता, तुम सबकी लाज बचाते। है रणतभंवर के दाता, तुम सबकी लाज बचाते।